Champions Trophy 2025 का आयोजन 19 फरवरी से शुरू होने वाला है, जिसमें कुल 8 देशों की टीमें भाग लेंगी। इन टीमों के स्क्वॉड पहले ही घोषित कर दिए गए थे, लेकिन आईसीसी ने सभी टीमों को 12 फरवरी तक बिना किसी मंजूरी के अपनी स्क्वॉड में बदलाव करने की अनुमति दी थी। इसी बीच, भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बाद अब अफगानिस्तान ने भी अपने स्क्वॉड में बदलाव किया है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 12 फरवरी को अपने 18 वर्षीय मिस्ट्री स्पिनर अल्लाह गजनफर के स्थान पर रिप्लेसमेंट खिलाड़ी का ऐलान किया, जो लंबे समय से चोट के कारण मैदान से बाहर थे।
अल्लाह गजनफर की जगह नागेयालिया खरोटे को मौका
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 12 फरवरी की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर इस बदलाव की घोषणा की। बोर्ड ने बताया कि उन्होंने यात्रा रिजर्व में शामिल नागेयालिया खरोटे को मुख्य टीम का हिस्सा बनाया है। इसके साथ ही, गजनफर के बाहर होने का कारण भी बताया गया। गजनफर की चोट के कारण उन्हें टीम से बाहर किया गया है, और बोर्ड ने बताया कि वह L4 वर्टेब्रा में फ्रैक्चर के कारण चार महीने तक पूरी तरह से फिट नहीं हो पाएंगे। इस स्थिति में उनकी जगह नागेयालिया खरोटे को टीम में शामिल किया गया है।
🚨 INJURY UPDATE 🚨
Afghanistan’s young spin-bowling sensation, AM Ghazanfar, has been ruled out of the ICC Champions Trophy due to a fracture in the L4 vertebra, specifically in the left pars interarticularis. He sustained the injury during Afghanistan’s recently held tour… pic.twitter.com/g0ALWe7HVe
— Afghanistan Cricket Board (@ACBofficials) February 12, 2025
नागेयालिया खरोटे का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक का प्रदर्शन
20 वर्षीय नागेयालिया खरोटे एक स्पिन ऑलराउंडर हैं, और अब तक उन्होंने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के लिए 7 वनडे और 6 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इन मैचों में उन्होंने बल्ले से 41 रन बनाए हैं, जबकि गेंदबाजी में उन्होंने 11 विकेट भी झटके हैं। इसके अलावा, टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भी नागेयालिया ने 5 विकेट लिए हैं और 7 रन बनाए हैं। उनका ऑलराउंड प्रदर्शन टीम के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है, खासकर जब टीम को अफगानिस्तान के प्रमुख स्पिनरों की कमी महसूस हो रही है।
गजनफर और मुजीब उर रहमान की स्थिति
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सिर्फ गजनफर के चोट के कारण बाहर होने की जानकारी ही नहीं दी, बल्कि मुजीब उर रहमान की स्थिति को भी स्पष्ट किया। मुजीब, जो पहले ही चोटिल थे, अब पूरी तरह से फिट होने के बाद ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करेंगे। उनकी चोट से पूरी टीम में एक शून्य महसूस किया जा रहा है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि वह जल्द ही वापसी करेंगे और टीम को मजबूती देंगे।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अफगानिस्तान की चुनौती
अफगानिस्तान को आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में ग्रुप B में रखा गया है। उनकी पहली भिड़ंत 21 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कराची के नेशनल स्टेडियम में होगी। अफगानिस्तान के पास कुछ शानदार खिलाड़ी हैं, जो इस टूर्नामेंट में अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि, गजनफर और मुजीब जैसे प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति अफगानिस्तान के लिए एक बड़ा झटका हो सकती है। लेकिन नागेयालिया खरोटे जैसे युवा खिलाड़ी के टीम में आने से उन्हें एक नई ऊर्जा मिल सकती है, जो आगामी मैचों में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
चैंपियंस ट्रॉफी में अफगानिस्तान की रणनीति और उम्मीदें
अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने हाल के वर्षों में अपनी क्रिकेट क्षमता में काफी सुधार किया है। टीम में कई युवा और होनहार खिलाड़ी हैं, जो बड़े मैचों में दबाव को संभालने की काबिलियत रखते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अफगानिस्तान के पास अपनी क्रिकेट पहचान बनाने का एक शानदार अवसर होगा। हालांकि, अफगानिस्तान के लिए यह टूर्नामेंट चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि उन्हें दुनिया की सबसे मजबूत टीमों से मुकाबला करना होगा।
टीम को अपनी गेंदबाजी को मजबूत करने की आवश्यकता होगी, खासकर जब उन्हें गजनफर और मुजीब जैसे मुख्य स्पिनरों की कमी महसूस हो रही है। हालांकि, टीम के पास राशिद खान जैसे दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिनरों में से एक खिलाड़ी है, जो किसी भी टीम के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसके अलावा, टीम के पास अच्छे बैट्समेन भी हैं, जिनमें हजरतुल्लाह जजई, नबी और मोहम्मद शहजाद जैसे खिलाड़ी शामिल हैं, जो किसी भी टीम को चुनौती देने की क्षमता रखते हैं।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा गजनफर की जगह नागेयालिया खरोटे को मुख्य टीम में शामिल किया जाना चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। खरोटे के लिए यह एक बड़ा अवसर है, और उनके प्रदर्शन पर निगाहें रहेंगी। अफगानिस्तान की टीम को अब अपने प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति से उबरने और अपने खेल को और बेहतर बनाने की जरूरत है, ताकि वे दक्षिण अफ्रीका जैसे मजबूत विपक्षी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन कर सकें। अब यह देखना होगा कि अफगानिस्तान इस टूर्नामेंट में कितनी सफलता हासिल करता है और क्या उनकी युवा टीम अपने अनुभव के साथ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में एक बड़ी छाप छोड़ने में कामयाब होती है।