Kisan Credit Card: किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सुविधा है, जो उन्हें कृषि कार्यों के लिए आवश्यक धन की सुविधा प्रदान करता है। अब किसानों के लिए एक अच्छी खबर आई है कि वे अब घर बैठे अपने मोबाइल फोन के जरिए किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। इससे किसानों को बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाओं के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सुविधा डिजिटल तकनीक के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है, ताकि किसान आसानी से और शीघ्रता से अपने कृषि कार्यों के लिए आवश्यक ऋण प्राप्त कर सकें।
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) ऐप की जानकारी
गुरुवार को कृषि कल्याण विभाग के अधिकारियों ने दनोरी कला गांव में CSC केंद्र पर आयोजित एक कार्यक्रम में कृषि मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर कृषि विभाग के उप सचिव अनिल कुमार मीणा ने किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अब किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से सीधे किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस ऐप के माध्यम से किसान अपनी पूरी जानकारी भरकर, आवेदन कर सकते हैं और किसान क्रेडिट कार्ड के तहत कृषि ऋण प्राप्त कर सकते हैं। इस ऐप की मदद से किसानों को डिजिटल बैंकिंग की प्रक्रिया को समझने और अपनाने में सहूलियत मिलेगी।
डिजिटल साक्षरता के बिना किसानों को मदद
कृषि विभाग के अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस सुविधा के माध्यम से उन किसानों को भी सहायता प्रदान की जा रही है, जिनके पास डिजिटल साक्षरता का अभाव है। CSC (कॉमन सर्विस सेंटर), कृषि सखी और बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट्स के माध्यम से किसानों को इस सुविधा का लाभ प्राप्त हो सकेगा। इससे किसानों को बिना किसी कठिनाई के किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिल सकेगी और वे आसानी से कृषि कार्यों के लिए ऋण प्राप्त कर सकेंगे।
इस दौरान, CSC मैनेजर विशाल त्यागी, CSC ऑपरेटर जितेंद्र सोलंकी, और सुबाष नगर सहित अन्य लोग उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने किसानों को पूरी जानकारी दी और उन्हें ऐप के माध्यम से आवेदन करने के लिए प्रेरित किया।
सिंचाई विभाग की लापरवाही से किसानों को हुआ नुकसान
मीरजापुर गांव में सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण किसानों की फसलें जलमग्न हो गईं। बुधवार रात को मीरजापुर गांव के पास नहर ट्रैक कटने से किसानों के कई एकड़ गेहूं और सरसों की फसलें बर्बाद हो गईं। किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को इस घटना के बारे में सूचित किया।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, मीरजापुर गांव की ओर नहर ट्रैक कटने से कई किसानों की फसलें जलमग्न हो गईं, जिनमें किसान रमेश, सोनपाल, नरेंद्र, जगत सिंह, महेश और कालू के खेत शामिल हैं। इन किसानों के खेतों में पानी भर गया, जिससे उनकी फसलें बर्बाद हो गईं। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जेसीबी मशीनों से नहर की कटाई को रोकने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी फसलें डूब चुकी थीं।
किसानों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण हर साल नहर का ट्रैक कट जाता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है। यह समस्या पिछले कई वर्षों से बनी हुई है, और इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री युवा उद्यम योजना और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को जल्द मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यम विकास अभियान के तहत पात्र आवेदकों को जल्द ही योजनाओं का लाभ मिलेगा। गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और ODOP (One District One Product) योजना की जिला स्तरीय समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा ने की।
बैठक में उद्योग विभाग के उप निदेशक अनिल कुमार ने योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दी। जिला मजिस्ट्रेट ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यम विकास अभियान के तहत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि पात्र व्यक्तियों का चयन कर उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जाए।
उन्होंने ODOP और संबंधित योजनाओं के आवेदनों पर भी आवश्यक कार्रवाई करने की बात की। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विद्यनाथ शुक्ला, जिला विकास अधिकारी शिवप्रताप परमेश और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय उपकरण साबित हुआ है, जो उन्हें कृषि कार्यों के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करता है। अब, डिजिटल माध्यम से इस कार्ड के लिए आवेदन करना किसानों के लिए और भी आसान हो गया है। इससे न केवल किसानों को समय की बचत होगी, बल्कि वे आसानी से बैंकिंग सेवाओं का लाभ भी उठा सकेंगे। इसके अलावा, मुख्यमंत्री युवा उद्यम विकास योजना और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना जैसे अन्य सरकारी योजनाएं भी किसानों और युवा उद्यमियों के लिए फायदेमंद साबित हो रही हैं, जिससे उन्हें अपने व्यापार और कृषि कार्यों के लिए जरूरी मदद मिल रही है।