देश की अग्रणी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki इंडिया ने घोषणा की है कि वह आगामी 1 फरवरी 2025 से अपने सभी मॉडलों की कीमतों में वृद्धि करने जा रही है। यह फैसला इनपुट लागत और परिचालन व्यय में हो रही लगातार बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। कंपनी ने कहा है कि कीमतों में यह इजाफा 32,500 रुपये तक हो सकता है।
कीमत बढ़ाने की वजह
Maruti Suzuki ने अपनी फाइलिंग में स्पष्ट किया कि उत्पादन और संचालन के दौरान बढ़ रही लागत ने इस निर्णय को मजबूरी बना दिया है।
- इनपुट लागत में वृद्धि: स्टील, एल्युमिनियम और अन्य कच्चे माल की कीमतें हाल के महीनों में तेजी से बढ़ी हैं, जिससे वाहन निर्माण की लागत में इजाफा हुआ है।
- ऊर्जा लागत में बढ़ोतरी: फैक्ट्री संचालन और परिवहन खर्च भी बढ़ा है, जिसका असर कंपनी के कुल खर्च पर पड़ा है।
- ग्राहकों पर न्यूनतम प्रभाव डालने का प्रयास: कंपनी ने यह भी कहा कि उन्होंने लागत का बोझ कम करने के लिए आंतरिक स्तर पर प्रयास किए हैं, लेकिन कुछ बढ़ी हुई लागत ग्राहकों को स्थानांतरित करनी पड़ेगी।
कौन-कौन से मॉडल होंगे प्रभावित?
मारुति सुजुकी ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि यह बढ़ोतरी उनके किन-किन मॉडलों पर ज्यादा प्रभाव डालेगी। लेकिन यह अनुमान लगाया जा रहा है कि एंट्री-लेवल कारों से लेकर प्रीमियम सेगमेंट तक, सभी मॉडलों पर इसका असर होगा।
Maruti Suzuki की बिक्री का हाल
हालांकि, कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा के बावजूद, मारुति सुजुकी की बिक्री में उछाल देखने को मिल रहा है। दिसंबर 2024 के महीने में कंपनी ने 1,78,248 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले साल के मुकाबले 30% ज्यादा है।
- घरेलू बाजार में बिक्री: कंपनी ने भारत में 1,32,523 यूनिट्स बेचीं।
- निर्यात में इजाफा: कंपनी ने 37,419 यूनिट्स वाहनों का निर्यात किया।
- OEM बिक्री: अन्य ऑटोमोबाइल निर्माताओं को 8,306 यूनिट्स बेचीं।
त्योहारी सीजन में हुई भारी मांग ने बिक्री को और बढ़ावा दिया है।
सुरक्षा मानकों पर जोर
सरकार की नई नीतियां ऑटोमोबाइल उद्योग में सुरक्षा को प्राथमिकता देने पर जोर दे रही हैं।
- ट्रक और बसों में सुरक्षा फीचर्स: बड़े वाहनों में सुरक्षा तकनीक जैसे कि स्टेबिलिटी कंट्रोल, ऑटोमेटिक ब्रेकिंग और ड्राइवर की थकान को पहचानने वाली तकनीक शामिल की जाएगी।
- दुर्घटनाओं को रोकने पर फोकस: यह कदम सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
मारुति सुजुकी जैसे बड़े ब्रांड को इन सुरक्षा मानकों के अनुसार अपने वाहन तैयार करने होंगे, जिससे आने वाले समय में कीमतों में और वृद्धि संभव है।
ग्राहकों पर प्रभाव
Maruti Suzuki की कीमतों में यह बढ़ोतरी सीधे तौर पर ग्राहकों पर असर डालेगी। खासतौर पर मिड-सेगमेंट और बजट कार खरीदने वाले ग्राहकों को अपनी पसंद के मॉडल खरीदने के लिए ज्यादा भुगतान करना होगा।
- बजट पर असर: 32,500 रुपये तक की बढ़ोतरी का मतलब है कि एंट्री-लेवल सेगमेंट की कारों की कीमत में भी महत्वपूर्ण इजाफा होगा।
- लोन और ईएमआई: जिन ग्राहकों ने वाहन खरीदने के लिए लोन लेने का प्लान बनाया है, उनकी ईएमआई में भी इजाफा होगा।
मारुति सुजुकी का दृष्टिकोण
कंपनी ने यह भी कहा है कि वह ग्राहकों पर बढ़ती लागत का प्रभाव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, उत्पादन लागत को स्थिर बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
भविष्य के लिए संभावनाएं
- इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस: मारुति सुजुकी अपनी इलेक्ट्रिक वाहन रणनीति पर काम कर रही है। यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में कंपनी अधिक इलेक्ट्रिक मॉडल लॉन्च करेगी।
- सुरक्षा और प्रौद्योगिकी: कंपनी अपने वाहनों में नई सुरक्षा सुविधाओं और उन्नत तकनीक को शामिल करने पर जोर दे रही है।
ग्राहकों के लिए सलाह
यदि आप Maruti Suzuki का वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि 1 फरवरी 2025 से पहले खरीदारी करें, क्योंकि कीमतों में बढ़ोतरी के बाद वाहन खरीदना महंगा पड़ सकता है।
मारुति सुजुकी की यह कीमत वृद्धि भारत के ऑटोमोबाइल बाजार में एक महत्वपूर्ण कदम है। बढ़ती लागत और सरकार की नई सुरक्षा नीतियों ने इस निर्णय को अपरिहार्य बना दिया है। हालांकि, मारुति सुजुकी ने अपने ग्राहकों को कम से कम प्रभावित करने का वादा किया है, लेकिन बढ़ती कीमतें ग्राहकों के बजट को प्रभावित करेंगी। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि बाजार और ग्राहकों की प्रतिक्रिया क्या होती है।