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Grow saffron: घर में उगाइए केसर और कमाइए लाखों, नागपुर के इस दंपति से जानिए कैसे

by pranav tiwari
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Grow saffron: घर में उगाइए केसर और कमाइए लाखों, नागपुर के इस दंपति से जानिए कैसे

Grow saffron: अगर किसी काम को करने का जज्बा हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है नागपुर के एक दंपत्ति ने, जिन्होंने हवा में केसर उगाकर सालाना 50 लाख रुपये तक की कमाई कर ली। यह मामला उन लोगों के लिए प्रेरणादायक है, जो खेती से अच्छी कमाई करना चाहते हैं।

आइए जानते हैं कि नागपुर के इस दंपत्ति ने किस तरह केसर की खेती कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया और आप भी घर में यह खेती करके अच्छी कमाई कैसे कर सकते हैं।

कैसे हुई इस अनोखे सफर की शुरुआत?

नागपुर के लोक सेवा नगर में रहने वाले अक्षय होले और उनकी पत्नी दिव्या लोहारके होले ने इस अनोखे प्रयोग की शुरुआत की।

कैसे आया केसर उगाने का विचार?

अक्षय बताते हैं कि उन्होंने केसर उगाने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि:

  • केसर बहुत महंगा होता है।
  • देश में इसकी मांग बहुत अधिक है।
  • भारत में इसका उत्पादन बहुत कम होता है।

उन्होंने साल 2020 में एक 80 वर्ग फुट के वर्टिकल एरोपोनिक यूनिट में केसर की खेती शुरू की। यह पूरी तरह से एक प्रयोग था, लेकिन उनका यह प्रयोग सफल रहा और उन्होंने इससे लाखों की कमाई कर ली।

कश्मीर में सीखी पारंपरिक केसर खेती की तकनीक

अक्षय और दिव्या ने इस खास खेती के लिए साढ़े तीन महीने कश्मीर में बिताए, जहां उन्होंने पारंपरिक केसर खेती की बारीकियां सीखी।

इस दौरान उन्होंने:

  • केसर की खेती की पारंपरिक और वैज्ञानिक तकनीक सीखी।
  • मिट्टी, तापमान और वातावरण के बारे में गहराई से अध्ययन किया।
  • उन्नत तकनीकों को अपनाने के लिए खुद को तैयार किया।

उन्होंने वहां से ज्ञान अर्जित कर अपनी खेती को एक नया स्वरूप दिया।

क्या है एरोपोनिक तकनीक?

केसर की पारंपरिक खेती के बजाय अक्षय और दिव्या ने एरोपोनिक तकनीक को अपनाया। यह एक अत्याधुनिक खेती की तकनीक है, जिसमें पौधों को मिट्टी के बिना उगाया जाता है और जड़ों को पानी और पोषक तत्वों से भरपूर हवा में रखा जाता है।

एरोपोनिक खेती के फायदे:

  •  कम जगह में अधिक उत्पादन संभव।
  • मिट्टी की जरूरत नहीं होती।
  • कम पानी और खाद में बेहतर फसल।
  • जलवायु नियंत्रण होने से सालभर खेती संभव।

इस तकनीक की मदद से कोई भी घर में ही केसर की खेती कर सकता है, बशर्ते उसके पास सही जानकारी और सुविधाएं हों।

घर में केसर उगाने की प्रक्रिया

Grow saffron: घर में उगाइए केसर और कमाइए लाखों, नागपुर के इस दंपति से जानिए कैसे

1. कमरे की व्यवस्था करें

घर में केसर उगाने के लिए सबसे पहले एक खाली कमरा चाहिए। इस कमरे में कुछ जरूरी बदलाव करने होंगे:

  • कमरे में एयर कंडीशनर लगाएं ताकि तापमान नियंत्रित रहे।
  • दिन का तापमान 17°C और रात का तापमान 10°C बनाए रखें।
  • कमरे की दीवारों को थर्मोकोल या पफ पैनल से इंसुलेट करें ताकि तापमान स्थिर रहे।
  • कमरे में हवा का उचित प्रवाह बना रहे, लेकिन सीधी धूप न पड़े।

2. मिट्टी की तैयारी

केसर के पौधों के लिए सही मिट्टी का चुनाव बहुत जरूरी है।

  •  रेतीली और भुरभुरी मिट्टी का उपयोग करें।
  • पानी जल्दी सोखने वाली मिट्टी होनी चाहिए ताकि जलभराव न हो।
  • गाय के गोबर की खाद, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश मिलाएं।

सही मिट्टी तैयार करने से केसर की गुणवत्ता और उत्पादन बेहतर होता है।

3. केसर के बीज (बल्ब) लगाना

मिट्टी तैयार करने के बाद अब केसर के बल्ब (बीज) लगाने की बारी आती है।

  •  बल्बों को पहले अंकुरित करें, फिर मिट्टी में लगाएं।
  • मोगरा किस्म के बल्ब खरीदें, क्योंकि इससे उच्च गुणवत्ता का केसर प्राप्त होता है।
  • बल्बों के बीच उचित दूरी रखें ताकि पौधे अच्छे से बढ़ सकें।

4. जरूरी देखभाल और सावधानियां

केसर की अच्छी पैदावार के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:

  •  बल्बों को पानी से भरपूर धुंध (मिस्ट) दी जाए।
  • सीधी धूप से बचाएं, क्योंकि अधिक धूप उत्पादन पर असर डाल सकती है।
  • कमरे के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें ताकि तापमान नियंत्रित रहे।
  • सप्ताह में एक बार बल्बों का निरीक्षण करें और खराब बल्बों को निकालें।

केसर की कटाई और प्रोसेसिंग

शुभ संकेत मिलने के 8 से 10 हफ्तों बाद केसर के फूल तैयार हो जाते हैं।

  •  फूलों को सावधानीपूर्वक तोड़ें।
  • फूलों से केसर की लाल स्टिग्मा निकालें।
  • इन्हें कुछ दिनों तक सूखने दें, फिर पैक करें।

सही प्रोसेसिंग करने से केसर की गुणवत्ता बनी रहती है और बाज़ार में अच्छी कीमत मिलती है।

कमाई और बाजार में मांग

1. केसर की कीमत कितनी होती है?

केसर दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक है। इसकी कीमत 2-3 लाख रुपये प्रति किलो तक होती है।

2. कहां बेच सकते हैं?

  •  ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे Amazon, Flipkart और Meesho।
  • लोकल मार्केट में मसाला व्यापारियों को।
  • होटलों और आयुर्वेदिक कंपनियों को।
  • सीधे उपभोक्ताओं को।

3. कितनी कमाई संभव है?

 एक छोटे 80 वर्ग फुट के यूनिट में 50 किलो केसर तक उत्पादन संभव है।
इससे लगभग 50 लाख रुपये तक की सालाना कमाई हो सकती है।

नागपुर के अक्षय और दिव्या ने यह साबित कर दिया कि तकनीक और मेहनत से खेती को नया आयाम दिया जा सकता है।

अगर आप भी खेती के आधुनिक तरीकों में रुचि रखते हैं और कम जगह में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो एरोपोनिक केसर खेती आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

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